देश में कई मौकों पर पतंग उड़ाने की परंपरा रही है।
वैसे तो मकर संक्रांति (मकर संक्रांति) के मौके पर देश के कई हॉलिडों में पतंगोत्तव्स (पतंग महोत्सव) आयोजित किए जाते हैं। वहीं गुजरात का पतंगोत्सव दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:13 जनवरी, 2021, 12:26 PM IST
देश में कई जगह होता है पतंगोट्स
हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शायद पहले की तरह पतंगोत्तव्स (पतंग महोत्सव) में उस तरह की भीड़ जमा हो गई। लेकिन हर साल इस मौके पर देश के कई हॉलिडों में पतंगोत्तसव आयोजित किए जाते हैं। इन दूर-दूर से लोग पतंगबाजी करने के लिए जमा होते हैं। कुछ स्थानों पर तो सामूहिक पतंग उत्सव आयोजित होते हैं। इनमें तरह तरह के डिजाइन, रंगों की पतंगें पतंगबाज के इशारे पर लहराती दिखती हैं। ऐसे में आस पास का माहौल बहुत ही लगता है और रंग बिरंगी पतंगों से सजे आसमान की खूबसूरती अलग ही नजर आती है।


आसमान में तरह-तरह के डिजाइन, रंगों की पतंगें पतंगबाज के इशारे पर लहराती दिखती हैं।
सुविधाएं भी होती हैं
वैसे तो मकर संक्रांति के मौके पर देश के कई शहरों में पतंगोत्तसव आयोजित किए जाते हैं। वहीं गुजरात का पतंगोत्सव दुनिया भर में प्रसिद्ध है। मकर संक्रांति के दिन यह अनिश्चितता के पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हर साल यहां कई दिव्या पतंगोत्तसव का आयोजन किया जाता है और इसे देखने के लिए देश के कई हिस्सों और विदेशों से भी लोग आते हैं। इसके अलावा जयपुर में भी इसी तरह का एक पतंगोत्सव मनाया जाता है। कुछ अन्य अवसरों पर पंजाब आदि में राज् य में भी काित फेस्टिवल आयोजित किए जाते हैं। इनकी नेटवर्किंग आयोजित होती हैं और लोग दूर दूर से आकर शामिल होते हैं।
कई मौकों पर पतंग उड़ाने की परंपरा है
मकर संक्रांति के मौके पर तो पतंग उड़ाई ही जाती है। साथ ही दक्षिण भारत में पोंगल पर्व के अवसर पर भी लोग पतंग उड़ाते हैं और ऐसे में यहां के समुद्र तट पर लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। इसके अलावा हर साल राजधानी दिल्ली में भी स्वच्छता दिवस के मौके पर पतंग उड़ाई जाती हैं।
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