महापुरुष: यदि व्यक्ति ब्रह्मचर्य का पालन करने की परीक्षा से सफलतापूर्वक पास हो जाता है, तो उसे ब्रह्मचारी से महापुरुष बनाया जाता है। उसके पांच गुरु बनाए जाते हैं। ये पाँच गुरु पंच देव या पंचदेव (शिव, विष्णु, शक्ति, सूर्य और गणेश) होते हैं। उन्हें भस्म, भगवा, रूद्राक्ष आदि चीजें दी जाती हैं। यह नागों के प्रतीक और आभूषण होते हैं।
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