रागी स्किन को लम्बे समय तक यंग बनाए रखने के लिए अद्भुत तरीके से काम करता है।
सर्दियों में इस्तेमाल किया जाने वाला रागी का आटा किसी भी अन्य अनाज की तुलना में कैल्शियम से भरपूर होता है।
कैल्शियम से भरपूर
सर्दियों में इस्तेमाल किया जाने वाला रागी (रागी) का आटा किसी भी अन्य अनाज की तुलना में कैल्शियम (कैल्शियम) से भरपूर होता है। एक रिसर्च के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। कैल्शियम और दांतों के लिए बहुत जरूरी होता है। साथ ही हड्डियों से संबंधित कई बीमारियों जैसे ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम के लिए भी यह आवश्यक है। कैल्शियम से भरपूर होने की वजह से रागी का सेवन गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए बहुत ही अच्छा होता है। सर्दियों में आप अपने डाइट में रागी से बने शिशुओं को जरूर शामिल करें।
डायबिटिज को करे कंट्रोलरागी फाइबर से भरपूर होता है और ये ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड क्रेविंग को कम करता है। यह परिष्करण गति को बनाए रखता है जिसके कारण रागी ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों को सर्दियों के मौसम में रागी के आटे से बने रोटियां खाने की सलाह दी जाती है। एक स्टडी के अनुसार अपनी डाइट में रागी को सुबह या दोपहर के खाने में जरूर शामिल करें।
यह भी पढ़ें: खांसी से परेशान हैं, तो जरूर अपनाएं ये घरेलू उपाय
एंटी एजिंग की तरह काम करेगा
रागी स्किन को लम्बे समय तक यंग बनाए रखने के लिए अद्भुत तरीके से काम करता है। इसमें मौजूद मेथिओनिन और एप्लिन जैसे आवश्यक अमीनो एसिड तत्व स्किन के ऊतकों को झुर्रियों और एजिंग के लक्षणों से बचाते हैं। इसके अलावा रागी शरीर में विटामिन डी की कमी को भी पूरा करता है।
एनीमिया से बचाए
रागी प्राकृतिक आयरन का एक अच्छा स्रोत है। यह एनीमिया के रोगियों के लिए और कम हीमोग्लोबिन स्तर वाले लोगों के लिए भी एक वरदान की तरह काम करता है। आप रागी का इस्तेमाल शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल आटे के रूप में, अंकुरित द्वारा या फिर कोई अन्य डिश के रूप में किया जा सकता है।(अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी और सूचना सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। हिंदी समाचार 18 इनकी पुष्टि नहीं करता है। ये पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
।