मुसकुरा कर टालें दुख
हम मुस्कुराते हैं, क्योंकि हम खुश होते हैं और मुस्कुराने से मस्तिष्क डोपामाइनॉर्म जारी करता है, जो हमें खुश करता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको हर समय अपने चेहरे पर एक नकली मुस्कान के लिए घूमना है, लेकिन सकाराकृतिक सोचें और जब आप अपने आप को कम महसूस कर रहे हों, तो एक मुस्कुराहट बिखेरें। अपनी हर सुबह की शुरुआत खुद को आईने में देखकर एक मुस्कुराहट के साथ करें।
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नियमित एक्सरसाइज करें
व्यायाम सिर्फ आपके शरीर के लिए ही फायदेमंद नहीं है, लेकिन नियमित व्यायाम से खुशी में इजाफा होता है। इसकी वजह यह है कि इससे तनाव, चिंता जैसी भावनाओं और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसलिए हर रोज इसकी आदत डालें।
जरूरी है पॉजिटिव सोच वालों का साथ
खुश रहने के लिए जरूरी है कि आप ऐसे लोगों के आस पास रहें, जो सकारात्मक सोच रखते हैं। वरना निराशा ओढ़े लोग हर समय आपको बुरी बातों से निराश करेंगे और इससे आप भी निराशा के भाव बने रहेंगे। आप कुछ अलग नहीं सोचेंगे।
शांत रहें और गहरी सांस लें
आप जब भी तनावग्रस्त हो और आपको लगे कि आप निराशा की तरफ बढ़ रहे हैं तो खुद को शांत रखें ओर एक लंबी दौड़, गहरी सांस लें। अपनी आंखें बंद करें और अपनी खुशियों से भरी पुरानी यादों में खो जाएं। आप किसी सुंदर जगह की कल्पना भी कर सकते हैं। हरयात छोड़ते हुए 5 तक गिनने का प्रयास करें।
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खुद को मजबूत बनाएं
हेल्नलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टैनफोर्ड की मनोवैज्ञानिक केली मैकगोनिगल का कहना है कि तनाव हमेशा हानिकारक नहीं होता है और हम तनाव के बारे में अपने दृष्टिकोण को भी बदल सकते हैं। ऐसे में इस बात को याद रखें कि दुखपूर्ण जीवन का पतन हो गया है और यह सबके पास है। लेकिन अपनी समसया को दूर करने के बारे में सोच कर आप खुद को मजबूत बना सकते हैं। तनाव में डूबे रहने की बजाय खुद को तनाव से निबटने के लिए तैयार करें।
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