1. दूध
ग्रैंड नानी की मानें तो प्राचीन काल में नई सेना की त्वचा को निखारने के लिए कच्चे दूध (दूध) को प्रयोग किया गया था। न्यू मनिहान को कच्चे दूध में हल्दी मिलाकर बने उबटन से नहलाया जाता था। चेहरे पर कच्चे दूध की मालिश की जाती थी जिससे त्वचा के बंद रोम छिद्र खुल जाते थे और नेचुरल तरीके से स्किन सलाइनीन और मॉरीचराइज्ड लगे हुए थे। यह परंपरा को आज भी अपनाई जाती है।
2. कूर
खाने में मसाले के तौर पर प्रयोग होने के अलावा यह सौंदर्य प्रसाधन के लिए भी प्रयोग में लाया जाता था। केसर को दूध के साथ मिलाकर लगाने से त्वचा में चमक आती है। दूध और चंदन के साथ केसर लगाने से टैनिंग भी दूर होती है। यही नहीं, पपीते में दूध, केसर और शहद सहित लगाने से चेहरे की डेड स्किन ख्रेडम होती है और चेहरे पर शाइन आती है। केसर को नींबू, शहद और बादाम के साथ लगाने पर स्किन टाइट होता है।
3. हल्दी
भारतीय रसोई में हल्दी का यूज कई चीजों में किया जाता है। दवा से लेकर बैद्युटी के लिए भी इसका प्रयोग पुराने जमाने से ही किया जाता है। पहले जने में लोग मुंहासे, नाखून और काले हैडस को ठीक करने के लिए हल्दी का प्रयोग करते थे। यह अंडर आई प्रॉब्लम को दूर करने के काम में भी प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा इसके प्रयोग चंदन, दूध, मलाई और शहद के साथ मिलाकर फेसपैक के रूप में भी किया जाता है। इसके प्रयोग से चेहरे पर नैचुरल ग्लो बढ़ जाता है।
4. सरसों का प्रयोग
सरसों पाउडर और सरसों का तेल दोनों ही स्किन के लिए हर माना जाता है। इसे उबटन के रूप में पहले जने में में प्रयोग किया जाता था। यही नहीं इसकी बनी उबटन से मालिश करने पर टैनिंग खेडम तो होती ही है वैक्सिन के तौर पर भी यह काम करता है। यही नहीं स्किन गेलो भी करता है।
5. चंदन
इसे दूध और हल्दी के साथ प्रयोग किया जाता है। चंदन का लेप नेचुरल सेंट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके अलावा यह पिंपल पर लगाने की भी पुरानी परंपरा है। चेहरे व हाथ पर इसके नियमित लेप से स्किन को ठंडा करना इफेक्ट भी मिलता है। (अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी और सूचना सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। हिंदी समाचार 18 इनकी पुष्टि नहीं करता है। ये पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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