दिल्ली के हर इलाके का एक ‘अपना छोले-भटूरे वाला’ होता है।
अगर आप दिल्ली (दिल्ली) में नए हैं तो सीपी के एम ब्लॉक के पास से जनपथ की ओर बढ़िए। वहाँ सिंधिया हाउस के ठीक पीछे किसी से भी पूछने पर भोगल छोले भटूरे (भोगल छोले भटूरे) का रास्ता आपको मिल जाएगा।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:20 जनवरी, 2021, सुबह 9:19 बजे IST
कोई जानकारी आपके साथ न हो तो खोजने में थोड़ा देर भी लग सकती है। लेकिन, चुपचाप अकेले में उनके भटूरे खिलते रहते हैं और खाने वालों की कतार लगी रहती है। कस्तूबरा गांधी मार्ग से जनपथ पर निकलने के लिए एलआईसी बिल्डिंग के पास से एक पतला सा रास्ता गया है। वहाँ कुछ फाइनेंस की कलाane हैं और उन्हीं के बीच से निकल कर आप पहुंचते हैं भोगल के पास। वैसे तो यहां कोई बैठने की जगह नहीं होती है, लेकिन आप सभी कर्मचारी यूनीफार्म में दिखेंगे। साथ ही साफ-सफाई को लेकर खासी मुस्तैदी दिखती है जो कहीं पर भी खाने का स्वाद कई गुना बढ़ा देती है।
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अगर आप दिल्ली में नए हैं तो सीपी के एम ब्लॉक के पास से जनपथ की ओर बढ़िए। वहाँ सिंधिया हाउस के ठीक पीछे किसी से भी पूछने पर भोगल छोले भठूरे का रास्ता आपको मिल जाएगा। बस यह ध्यान रखें कि लंच टाइम में यहाँ आप स्वाद ले सकते हैं। सीपी अपने आप में स्ट्रीट फूड का बोनस है। हरली में चलते-चलते आप कई अलग तरह के आइटम चख सकते हैं। इसके साथ ही उनके स्टफ्ड भटूरे जो आम भटूरों की तुलना में थोड़े ज्यादा करारे होते हैं आप तलते दिख जायेंगे। लेकिन, सर ने इसके छोलों के साथ। क्योंकि आम तौर पर छोलों में आलू डाल कर मिलता है लेकिन यहां पर छोलों के साथ आपको कुरमुरे पालक-लौकी के कोटे मिलते हैं।यह भी पढ़ें: सब्जियों का राजा है ‘बैंगन’, भारतीयों का है खास रिश्ता
अभी सिलसिला रुकता नहीं, क्योंकि कचालू के अंचार संग हरी चटनी और प्याज का साथ तो होता ही है। यह यूनिक स्वाद आप भूल नहीं सकते। इसके साथ ही भोगल पर आपको छोले-कुल्छे और छोले-चावल भी मिलते हैं। हर मौसम में यहां लंच लाइम में आपको कतार मिल जाएगा। आसपास के ऑफिसों से बहुओं से लोग प्रति दिन यहां दोपहर के भोजन के लिए आते हैं। अपने खास अंजज और स्वाद के कारण सालों से भोगल अपने लजीज भटूरे लोगों को खिला रहा है। अगर आप कभी सीपी में हैं तो एक बार ये स्वाद चख सकते हैं।
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