खूब सारी खरीदारी करिए और थोड़ा-थोड़ा खाते रहिए, क्योंकि मोलभाव करने में भूख तो लगती ही है। दिल्ली में तो कई ऐसे मार्केट हैं, लेकिन नोएडा में अट्टा मार्केट (अट्टा मार्केट) अपने आप में ‘बादशाह’ है। आपके काम का सब कुछ यहाँ स्वायत मूल्य में मौजूद है। भीड़ है, बाजार है और मोलभाव है, तो खाना भी मस्त ही होगा।
तो अट्टा से गुजरते हुए अगर आप भूके हैं तो भी और भूख नहीं लगी है तो आप भी एक बार तो जरूर आ जाते हैं। यदि ब्लू लाइन से सफर कर रहे हों और आपके पास थोड़ा लंबा होता है, तो आप सेक्टर -18 मेट्रो स्टेशन पर रुक ही जाते हैं। स्टेशन से उतरते ही अट्टा का सफर शुरू हो जाता है।
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यहां मोमो से लेकर लिट्टी तक और डोसे से लेकर रोल तक … सबकुछ उपलब्ध है। कहीं किसी ठेले पर पोहा फल रहा है तो कहीं लिट्टी चोके के लिए लाइन लगी हुई है। कहीं डोसे के तवे पर छनौटा पटकने की आवाज आ रही है, तो कई दुकानदार को यह बताने में बिजी है कि ‘भईया मेरा डबल अंडे का होगा’। चाय की चुस्की भी है और आइसक्रीम भी।
हां, बाजार पुराना है और छोटी सी जगह में सबकुछ मिलता है तो भीड़ थोड़ी ज्यादा होती है। कहीं आप कार लेकर यहां पहुंच गए तो आपको भी परेशानी हो सकती है। रिक्शे और इलेक्ट्रिक रिक्शे यहां एसए चलते हैं और किसी रिक्शे के मोर्चे पर आप बस इतना कह दें कि भईया आज मुझे मोमो खाना है, वह आपको ठीक मोमो वाले के यहां ले जाएगा।
देसी स्ट्रीट फूड के साथ अट्टा में आपको फाइन डाइनिंग के कई ठिकाने भी मिल जाएंगे। कई बड़े फूड चेन ने यहां पर अपनी ब्रांचेज खोली हैं। तो अगर आप खड़े होकर खाना खाते हैं तो उसकी भी व्यवस्था है और फैमिली के साथ अच्छा डाइनिंग एक्सपीरिएंस लेना है तो भी आप यहां आ सकते हैं। साथ ही इस मार्केट से ही सटे दो-दो बड़े मॉल्स भी हैं।
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तुषार खन्ना, चंडीगढ़ के रहने वाले हैं और नोएडा में एक आईटी कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने अट्टा के पास ही अपना ठिकाना बनाया है क्योंकि इससे उनकी जिंदगी आराम भरी हो गई है। वे सीधे कार्यालय से अट्टा आते हैं। उनका कहना है कि पोहा आदि ऐसे कई हेल्दी स्नैक्स भी मिलते हैं। शाम को वो यहीं से खाकर ही घर जाते हैं। तो आप जब सेक्टर -18 मेट्रो से गुजर रहे हों या फिर खरीदारी से साथ ही अच्छे खाने का मजा लेना हो तो … “आईए कभी अटैक”!
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